माँं-बाप 🥀



 

जिन्दगी के अंधेरे में
जिस चाँद को
रोशन किया सूरज ने;
बुढ़ापे का सवेरा होते ही
वह गायब हो गया।

— पुखराज तेली | @poetpukhrajteli 🥀

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